जब सभी ने माना, तो फिर इस भ्रष्टाचार को कोई सा बीटों रोके हुए है?, या फिर दिखावटी गुस्सा!
शिवपुरी। जिले में भ्रष्टाचार चरम पर है, और इसका रोना दो दिन पहले शिवपुरी विधायक ने रोया, और अब खुद सांसद भी मान रहे हैं। उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि मैं जो कॉपरेटिव बैंक के लिए 50 करोड़ लाया हूं, उसमें कहीं भ्रष्टाचार करके सेंधमारी ना हो जाए। इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि बीते रविवार को मीडिया के सामने सांसद ने यह स्वीकार किया कि हमारी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है, और अभी जो राशि कॉपरेटिव बैंक में आई है, उसमें भी भ्रष्टाचार ना हो जाए। इन सब हालातों में जनता को समझ नहीं आ रहा कि जब सत्ताधारी शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने मीडिया के समक्ष स्वीकार किया कि जमीनों के खेल में अधिकारी खुला भ्रष्टाचार कर रहे हैं, और नगर अब नरक हो गया है। कल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी माना है, तो फिर इस भ्रष्टाचार को कौन साधे हुए है..??, क्या यह भ्रष्ट।लोग इन नेताओं से पावरफुल हैं, या फिर नेता सिर्फ दिखावा कर रहे हैं, ताकि उनके अटके हुए काम आसानी से हो जाएं..???