
हुईं दो बैठकें, सिविल।डिफेंस व पूर्व सैनिकों से भी हुई बैठक, स्वास्थ्य विभाग सहित सभी रहें तैयार
शिवपुरी। भारत- पाकिस्तान की सीमाओं के अलावा शिवपुरी जिले।का प्रशासन और पुलिस भी अलर्ट मोड पर आ गई। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में दो बैठकें हुईं, जिसमें सिविल डिफेंस पर सभी विभाग प्रमुखों से चर्चा की गई, तो वहीं पूर्व सैनिकों के साथ भी बैठक की गई। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को पूरे समय चुस्त-दुरुस्त रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही मीडिया को भी निर्देश दिए है कि देश की सुरक्षा और सामाजिक माहौल को बनाए रखने के लिए, कोई भी ऐसी पोस्ट या खबर ना डालें, जो भ्रम पैदा कर सकती है।
बैठक।में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी को टीम भावना से काम करना होगा। अभी ऑपरेशन सिंदूर के बाद निर्मित हुई परिस्थितियों से जिले में कहीं भी कोई अप्रिय घटना घटित ना हो। किसी भ्रामक जानकारी के कारण कोई ऐसी स्थिति निर्मित न हो। इस पर कड़ी निगरानी की जाए। सिविल डिफेंस प्लान के तहत विभिन्न अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए दल गठित किया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, एडीएम दिनेश शुक्ला सहित जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने निर्देश दिए कि आइटीबीपी, सीआरपीएफ, 18 बटालियन, मड़ीखेड़ा आदि पर निगरानी की जाए। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में चिकित्सक, नर्स आदि स्टाफ भी 24 घंटे तैनात रहे। कंट्रोल रूम गठित करके सक्रिय रहे जिससे सभी सूचना तत्काल मिल सकेगी।आमजन भी सचेत रहें। यदि भारतीय सेना, वायु सेना या नौसेना के जवानों या सैन्य अधिकारी, जवानों के वाहनों की आवाजाही देखें तो वीडियो या रील नहीं बनाना है और सोशल मीडिया पर भी साझा ना करें। किसी प्रकार की कोई भी भ्रामक जानकारी शेयर ना करें।
बैठक में नगर पालिका सीएमओ को भी निर्देश दिए हैं। फायर ब्रिगेड और पानी आदि की व्यवस्था रहे। विद्युत विभाग द्वारा किसी भी प्रकार के ब्लैकआउट या सायरन बजने पर पूरे क्षेत्र की लाइट बंद की जाएगी। यातायात की टीम द्वारा सायरन बजने पर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। निजी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय की एंबुलेंस आदि तैनात रहे। साइबर सेल की टीम भी एक्टिव होकर निगरानी करें किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी या पोस्ट होने पर सूचित करें। इसके साथ ही मीडिया प्रतिनिधि भी किसी भी प्रकार की अफवाह एवं भ्रामक खबर प्रसारित न करें। किसी भी तथ्य की पुष्टि के उपरांत ही खबर प्रसारित की जाए।
