तीसरे दिन सुनवाई करने आए नपा सीएमओ को दी माला, हुई नोंकझोंक तो बुलाई पुलिस
शिवपुरी। नगरपालिका शिवपुरी के सफाईकर्मियों सहित कचरा गाड़ी के ड्राइवर और पंप अटेंडरों की हड़ताल का गुरुवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। शहर की सफाई व्यवस्था ठप होने से हालात बिगड़ने लगे हैं। नपा दफ्तरों। में तालाबंदी होने से अन्य विभागीय कर्मचारी भी बाहर बैठे रहे। बातचीत करने आए नपा सीएमओ को माला दी, तो वहां नोंकझोंक हो गई। जिसके चलते पुलिस को भी बुलाया गया। बाद में एसडीएम, तहसीलदार भी आए, तथा बातचीत का दौर चलता रहा, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ।
गौरतलब है कि अपनी 25 सूत्रीय मांगों को लेकर नपा के सफाईकर्मी, कचरा गाड़ी के ड्राइवर और पंप अटेंडर बीते 1 अप्रैल से कामबंद हड़ताल पर चले गए। नपा परिसर में ही टेंट लगाकर धरने पर बैठे कर्मचारियों ने नपा के सभी दफ्तरों में तालाबंदी भी कर दी, लेकिन 48 घंटे तक हड़ताली कर्मचारियों से बातचीत करने नपा का कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि नहीं आया। इस दौरान नपाध्यक्ष पुरानी शिवपुरी की कलारी हटवाने के लिए चल रहे धरने में शामिल रहीं।
गुरुवार की दोपहर में नपा सीएमओ इशांक धाकड़ नपा परिसर में आए, तो हड़ताल कर्मचारियों से बात करने पहुंचे। इसी बीच सीएमओ को माला पहनाने का प्रयास किया, लेकिन वो माला हाथ में लेकर बातचीत करने लगे। इसी बीच वहां पर तेज आवाज में कहासुनी होने लगी, तो सीएमओ अपने कक्ष में जाकर बैठ गए, तथा अभद्रता करने।वालो के खिलाफ शिकायत की ड्राफ्टिंग करवाने लगे।
फिर आए अधिकारी, तो हुई बातचीत
इसी बीच सीएमओ के पास कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़, तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा और फिर एसडीएम शिवपुरी उमेश कौरव भी आ गए। फिर सभी अधिकारी धरना स्थल पर बातचीत करने पहुंचे, तथा एसडीएम व सीएमओ के साथ मैराथन बातचीत चलती रही। बाद में अधिकारियों ने यही कहा कि हमने उनकी मांगों पर।काम करने के।लिए कहा है, अब वो मानते हैं या नहीं, यह तो बाद में पता चलेगा। यानि मैराथन चर्चा का कोई नतीजा नहीं निकला।
क्रेडिट के फेर में पहुंचे, पर हुआ कुछ नहीं
हड़ताली कर्मचारियों की जो 25 मांग हैं, उनमें।वो भी शामिल हैं, जो।पिछली बार हुई हड़ताल में भी थीं। चूंकि पिछली बार आश्वासन के बाद भी मांग पूरी नहीं हुई थीं, इसलिए नपाध्यक्ष अभी तक उनसे बात करने नहीं पहुंची थी। आज जब अधिकारी पहुंचे, तो कुछ देर बाद नपाध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पुत्र भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्हें उम्मीद थी कि मामला सुलझ जाएगा, तो क्रेडिट लेंगे, लेकिन उन्हें भी निराश ही लौटना पड़ा।
बोले एसडीएम: उनका रुख जान रहे हैं
हड़ताली कर्मचारियों की 25 मांग हैं, पिछली बार मैं नहीं था, तो मुझे नहीं पता कि वो ही मांग हैं या नहीं। हमने उनकी।मांग मानने की बात कही है, अब देखो उनका क्या रुख रहता है।
उमेश कौरव, एसडीएम शिवपुरी
बोले सीएमओ: कुछ हम लिखित में देंगे
कुछ मांगें तो शासन स्तर पर पूरी होनी हैं, जो काम हमारे स्तर के हैं, उनको hm लिखकर।देंगे। फिर देखते हैं क्या होता है। जब हड़ताल है तो शहर में गंदगी होना लाजमी है।
इशांक धाकड़, सीएमओ नपा शिवपुरी