
गुस्साए किसानों ने लगाए गंभीर आरोप, 10 की जगह 5 कट्टा दे रहे खाद, रात में कर रहे ब्लैक
शिवपुरी। आसमान पर छाए बादलों को देख अब किसान खाली पड़े खेतों में बोवनी की तैयारी में जुट गया। बोवनी के लिए खाद की तलाश में निकले किसानों ने शुक्रवार को एमपी एग्रो के ऑफिस पर ना केवल हंगामा किया, बल्कि वहां पदस्थ कर्मचारी को पकड़कर कलेक्ट्रेट ले गए।किसानों ने एमपी एग्रो कर्मचारी पर गंभीर आरोप भी लगाए।
आज सुबह से किसान बड़ी संख्या में पुरानी अनाज मंडी के पास स्थित एमपी एग्रो के खाद वितरण केंद्र पर इकठ्ठे थे। यहां पदस्थ कर्मचारी किसानों को खाद वितरित नहीं कर रहा था, जबकि किसान सुबह से ही खाद का इंतजार कर रहे थे। जब किसानों का धैर्य जवाब दे गया तो उन्होंने वितरण केंद्र में घुसकर वहां मौजूद कर्मचारी विष्णु ओझा को पकड़कर बाहर खींच लिया, और उसे अपने साथ कलेक्ट्रेट ले गए।
कृषक धर्मवीर यादव का कहना था कि खाद वितरण केंद्र पर पर्याप्त खाद होने के वाबजूद उसे वितरित नहीं किया जा रहा। आधार कार्ड पर डीएपी के 10 कट्टे मिलने चाहिए, लेकिन केवल 5 कट्टे ही दिए जा रहे हैं। नैनों की 250 रुपए की बोतल जबरन 500 रुपए में थमाई जा रही है। कृषक सतीश रावत ने आरोप लगाया कि दिन में किसान से बहाने बनाकर खाद को बांटा नहीं जाता, और रात के अंधेरे में उसे प्राइवेट दुकानदारों को बेचा जा रहा है।
किसानों की गिरफ्त में कलेक्ट्रेट पहुंचे कर्मचारी विष्णु ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हमारे दो साथी बैंक गए थे, इसलिए हम उनके वापस आने का इंतजार कर रहे थे। कलेक्टर ने इस पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
