करेरा में रहने वाली किन्नर मुखिया को दो किन्नरों ने गला दबाकर उतारा मौत के घाट, सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
रात में डेढ़ बजे मृतक के घर आए दो किन्नर, हत्या करने के बाद सुबह रोने भी पहुंची आरोपी किन्नर
सैमुअल दास की कलम से ::::
कुर्सी पाने की चाहत महिला और पुरुषों में तो होती है, और वे एक-दूसी के खिलाफ साजिश भी रचते हैं, लेकिन जो न महिला हैं और ना पुरुष, उनके बीच यह लड़ाई जान लेने तक जा पहुंची। बीती रात शिवपुरी जिले के करैरा कस्बे में बीती रात किन्नरों के मुखिया की हत्या कर दी गई। आरोप है कि गद्दी का वारिस बनने के लिए दो किन्नर इतनी हिंसक हो गईं, कि उन्होंने रात के अंधेरे में गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया।
लगभग 65 वर्षीय किनारों का (क्या लिखूं?, की या का) मुखिया आशा किन्नर करेरा के वार्ड क्रमांक 6 गुप्तेश्वर रोड पर निवास करते थे। आज सुबह छह बजे आशा का शव उनके बिस्तर पर पड़ा मिला। शव के गले में दबाने का निशान था। आशा के शिष्य को सूचना मिलते ही वो बड़ौनी दतिया से शिष्या रूबी ने आकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तथा नैना किन्नर और आंचल किन्नर पर हत्या करने का संदेह जताया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और संदेह जताने के आधार पर दोनों आरोपी किन्नरों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। हत्या के पीछे किन्नरों के मुखिया की गद्दी है, क्योंकि पूरा विधानसभा क्षेत्र आने की वजह से रकम भी बढ़ी इकट्ठी होती है।
रात में गला दबाया, सुबह रोने आए
आशा किन्नर के साथ आरोपी किन्नरों की आए दिन लड़ाई होती रहती थी, जिसे मोहल्ले के लोग भी देखते थे। अपनी सुरक्षा के मद्देनजर आशा ने अपने घर में सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे थे। जिसकी रिकॉर्डिंग में बीती रात डेढ़ बजे आंचल और नैना किन्नर आते हुए दिख रहे हैं,। रात में आशा के कमरे में घुसकर कथित रूप से हत्या करने के बाद बुधवार की सुबह आंचल किन्नर रोने के लिए भी आ गई। लेकिन जब पुलिस ने फुटेज खंगाल तो उसकी नौटंकी का राज खुल गया।
4 साल पहले कमलेश ने दी थी गद्दी
करैरा विधानसभा क्षेत्र की किन्नर मुखिया की गद्दी अधिक पैसे वाली है, क्योंकि पूरे एरिया के किनारों द्वारा किया जाने वाल कलेक्शन राशि अधिक है। यही वजह है कि इस गद्दी को पाने के लिए दुश्मनी जान लेने तक पहुंच गई। बताते हैं कि आशा को यह गद्दी 4 साल पूर्व कमलेश किनार ने दी थी, जिसे आशा की शिष्या नैना और आंचल किन्नर हथियाना चाहती थीं। गद्दी तो मिली नहीं, जेल की सलाखों के पीछे जरूर पहुंच गई। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज महत्वपूर्ण प्रमाण हैं।